Friday, December 11, 2015-8:25 PM
जालंधर : पेशाब भी बड़े काम का है, अगर आप मजार समझ रहे हैं तो इस खबर को पढ़ने के बाद शायद आपको यकीन हो जाए। यूनिवर्सिटी ऑफ दी वेस्ट ऑफ इंग्लैंड के शोधकर्ताओं ने ऐसे मोजे (जुराबें) बनाए है जो पेशाब की मदद से बिजली पैदा करते हैं।
नई जुराबें एकीकृत ट्यूबों के नेटवर्क से 648 मिलीलीटर मूत्र को स्टोर करती हैं। माइक्रोबियल ईंधन कोशिकाओं के माध्यम से तरल मजबूर होता है जो बैक्टीरिया की मदद से पेशाब में आयोजित पोषक तत्वों स्टोर पर इस प्रोसेस से बिजली बनाने में मदद करता है।
Bioinspiration & Biomimetics में प्रकाशित प्रयोगों में टीम ने बताया कि जुराबें वायरलैस ट्रांसमीटर को पावर देने में सक्षम हुई हैं जिससे हर दो मिनट में संदेश का प्रसारण हो सकता है।