Thursday, July 14, 2016-10:24 AM
जालंधर : सैनिकों के लिए जंग के मैदान में जितना हथियारों से लैस होना आवश्यक है, एक मजबूत बॉडी आर्मर भी उनके लिए उतना ही आवश्यक है। एक सैनिक को आमतौर पर अपने बॉडी आर्मर के साथ कई आवश्यक वस्तुएं अटैच करके रखनी होती हैं पर इससे बॉडी आर्मर का वजन भी बढ़ जाता है। इस बात का ध्यान रखते हुए ऐसी तकनीक विकसित की गई है जिससे बॉडी आर्मर को मकड़ी के जाले (स्पाइडर सिल्क) से तैयार किया जाता है। दावा किया जा रहा है कि इस नई तकनीक से बने बॉडी आर्मर की मजबूती पहले से मौजूद बॉडी आर्मर से कहीं अधिक होगी।
आइए जानते हैं स्पाइडर सिल्क से तैयार इस बॉडी आर्मर के बारे में :
स्पाइडर सिल्क
मकड़ी का जाला प्राकृतिक तौर पर मिलने वाले सबसे मजबूत पदार्थों में से एक है। इसकी स्ट्रैंथ की तुलना कैलवर प्लास्टिक से की जाती है जिसे बुलेट प्रूफ जैकेट बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसको अपने आकार से 140 गुणा अधिक स्ट्रैच किया जा सकता है और कड़ी ठंड में भी मकड़ी का जाला जमता नहीं है पर रेशम के कीड़े की तरह स्पाइडर सिल्क के लिए मकडिय़ों की फाॄमग नहीं की जा सकती क्योंकि मकडिय़ां जहरीली होती हैं और इन्हें पालना खतरे से खाली नहीं है।
अमरीकी सेना के लिए किया जाएगा तैयार
क्रैग बायोक्राफ्ट ने पैंटागन का एक लाख डॉलर का कांट्रैक्ट जीता है ताकि क्रैग बायोक्राफ्ट अमरीकी सेना को स्पाइडर सिल्क फैब्रिक से बनाए गए प्रोटैक्शन इक्विपमैंट्स, शूट पैक्स प्रोवाइड करवा सके। उल्लेखनीय है कि क्रैग बायोक्राफ्ट द्वारा तैयार किए गए बॉडी आर्मर्स के स्टैंडर्ड टैस्टिंगमें से पास होने के उपरांत पैंटागन ऑफिशियल्स द्वारा एक मिलियन डॉलर की राशि अवार्ड में और बढ़ा दी जाएगी।
क्रैग बायोक्राफ्ट स्पाइडर सिल्क से बनाएगी बॉडी आर्मर
मिशीगन बेस्ड क्रैग बायोक्राफ्ट लैबोरेट्री द्वारा ऐसा बॉडी आर्मर बनाया जा रहा है जो मकड़ी के जाले से तैयार किया गया है। दरअसल वर्ष 2000 में कम्पनी ने जैनेटिक इंजीनियरिंग की मदद से मकड़ी के जाले में आइसोलेटिड और सीक्वैंस्ड प्रोटीन्स का पता लगाया जिससे मकड़ी का जाला तैयार होता है। फिर लम्बे समय की खोज के बाद वैज्ञानिकों ने स्पाइडर सिल्क के फैब्रिक से तैयार बॉडी आर्मर का फार्मूला बनाया है।