Wednesday, February 24, 2016-1:18 PM
जालंधर: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को हम उस समय तक कारगर नहीं कह सकते जब तक यह इंसानी जज़्बातों को न समझने लग पड़े। आई. बी. एम. का कहना है कि उन के सुपर कंप्यूटर में इस तरह के बदलाव किए गए हैं कर अपग्रेडेशन के बाद इस में काबिल बनाया गया है। इस का टोन ऐनालाईज़र इस कद्र इम्प्रूव किया गया है कि इस कंप्यूटर की ए. आई. वाइड रेंज में इमोशंस को आपकी लिखाई से डिटैक्ट कर सकती है कि आप दुखी हो या खुश।
वाटसन नाम के इस सुपर कंप्यूटर को इस तरह बनाया गया है कि आपकी लिखी लाईन में शब्दों को न पढ़ते हुए लाईन की पूरी गहराई के साथ जांच कर नतीजे देती है। इस के साथ ही अगर आप गुस्से में कंप्यूटर को कमांड दोगे तो कंप्यूटर धीरे आवाज़ में इस पर रिसपांड करेगा। यह टोन ऐनालाईज़र ए. आई. को एक अलग स्तर पर ले जाता है।