Thursday, May 9, 2019-11:12 AM
गैजेट डैस्क : गूगल ने अपनी एनुअल I/O 2019 डिवैल्पर्स कांफ्रैंस में एंड्रॉयड स्मार्टफोन को लेकर लेटैस्ट ऑप्रेटिंग सिस्टम एंड्रॉयड Q को लाने का ऐलान कर दिया है। इसके बीटा वर्जन को इस साल ही रोलआऊट किया जाएगा। इस नए ऑप्रेटिंग सिस्टम में यूजर्स को ऐसे कई फीचर्स देखने को मिलेंगे जो आपके स्मार्टफोन चलाने के अनुभव को और भी बेहतर बना देंगे। आइए जानते हैं नए Android Q OS में क्या है खास..
बढ़ेगी स्मार्टफोन की प्राइवेसी
नए एंड्रॉयड Q ऑप्रेटिंग सिस्टम में खास तौर पर प्राइवेसी पर ध्यान दिया गया है। नए ऑप्रेटिंग सिस्टम में यूजर्स को डैडीकेटेड प्राइवेसी सैक्शन मिलेगा जहां वे कैलेंडर, कैमरा और दूसरे एप्स को कौन-सी परमिशन देनी है उसे कंट्रोल कर सकेंगे।
आधुनिक नोटिफिकेशन मैनेजमैंट कंट्रोल
नए OS में यूजर्स को नोटिफिकेशन्स को लेकर ‘शो सायलैंटली’ या ‘कीप अलर्टिंग’ की ऑप्शन दिखाई देगी। जिसके बाद यूजर्स को चुनना होगा कि उन्हें किस तरह की नोटिफिकेशंस दिखनी चाहिएं।
मिलेगी लोकेशन शेयरिंग की पूरी जानकारी
नए एंड्रॉयड Q ऑप्रेटिंग सिस्टम में यूजर्स तब ही एप के साथ लोकेशन को शेयर करेंगे जब वे एप का उपयोग कर रहे हों। आपको पता दें कि मौजूदा ऑप्रेटिंग सिस्टम में अगर आप अपने लोकेशन को Allow कर देते हैं तो वे एप डिवैल्पर के साथ शेयर होती रहती है।
अंडू एप की ऑप्शन
कई बार ऐसा होता है कि आप गलती से किसी भी एप को अनइंस्टाल कर देते हैं तो इस नए ऑप्रेटिंग सिस्टम में आप अंडू एप के ऑप्शन से डिलीट हुए एप को वापस पा सकेंगे।
डार्क मोड
नए ऑप्रेटिंग सिस्टम में आपको प्री इंस्टाल्ड डार्क मोड मिलेगा जोकि शुरू-शुरू में कुछ खास एप्स पर ही काम करेगा।
WiFi नैटवर्क शेयर करना होगा और आसान
एंड्रॉयड Q की मदद से वाईफाई नैटवर्क को शेयर करना काफी आसान हो जाएगा। नए ऑप्रेटिंग सिस्टम में यूजर्स QR कोड की मदद से ऐसा आसानी से कर पाएंगे। यूजर्स को बस QR कोड को स्कैन करना होगा जिसके बाद नैटवर्क कनैक्ट हो जाएगा। आपको बता दें कि गूगल ने अपने एनुअल इवैंट को 7 मई को शुरू कर दिया था जो 9 मई तक चलेगा। इसे अमरीका के कैलिफोर्निया में स्थित माऊंटेन व्यू के शोरलाइन एम्फीथिएटर में आयोजित किया जा रहा है।
15 स्मार्टफोन्स के लिए उपलब्ध होगा Android Q
गूगल ने कहा है कि Android Q OS 13 ब्रैंड्स के 15 स्मार्टफोन्स में जल्द देखने को मिलेगा। इनमें पिक्सल सीरीज के स्मार्टफोन्स भी शामिल होंगे। गूगल ने दावा किया है कि दुनिया भर में 2.5 अरब डिवाइसिस एंड्रॉयड ऑप्रेटिंग सिस्टम पर काम करते हैं।
Edited by:Hitesh