Sunday, October 20, 2019-5:14 PM
18 राज्य में महाराष्ट्र है सबसे अधिक प्रभावित
गैजेट डैस्क: भारत के वित्तीय संस्थानों पर 'Dtrack' मैलवेयर का खतरा मंडरा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक देश के 18 राज्यों में खतरनाक 'Dtrack' मैलवेयर संक्रमण पाया गया है जिससे वित्तीय संस्थानों को बहुत नुक्सान पहुंचाया जा सकता है। जिन 18 प्रदेशों में यह मैलवेयर पाया गया है, उनमें महाराष्ट्र सबसे उपर है। इस मालवेयर के बारे में सबसे पहले जानकारी रूस की एंटीवायरस कम्पनी कैस्परस्काई द्वारा दी गई है। कैस्परस्काई ने खुलासा किया है कि 'Dtrack' मैलवेयर एक स्पाईटूल है जो सिस्टम की निगरानी करने के अलावा डाटा चुराने के काम आता है।
- रिपोर्ट में बताया गया कि 'Dtrack' मालवेयर के सबसे ज्यादा सैंपल महाराष्ट्र में 24 प्रतिशत पाए गए हैं। इसके बाद कर्नाटक में 18.5 प्रतिशत और तेलंगाना में 12 प्रतिशत पाए गए हैं। इससे प्रभावित अन्य प्रदेशों में पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, दिल्ली और केरल है।
किस तरह काम करता है यह मालवेयर
सिक्यॉरिटी फर्म ने बताया है कि ‘ATMDtrack’ एक बैंकिग मालवेयर है जिसके बारे में सबसे पहले पता वर्ष 2018 में लगाया गया था। इसे खास तौर पर भारत के ATMs को टार्गेट करने और ग्राहकों के ATM कार्ड के डाटा को चोरी करने के लिए बनाया गया है।
- रिसर्चर्स ने 180 मालवेयर सैम्पल्स का पता लगाया है जो ‘ATMDtrack’ से मिलते जुलते कोड्स पर काम कर रहे हैं।
कैसे बचा जा सकता है डीट्रैक से
वित्तीय संस्थानों को इस तरह के अटैक से बचने के लिए अपने नैटवर्क की सिक्योरिटी को बेहतर बनाना होगा और पासवर्ड्स पॉलिसीज को भी बेहतर रखना होगा। नियमित सुरक्षा को ऑडिट करना होगा, वहीं कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने की भी जरूरत होगी। इसके अलावा साथ ही असामान्य गतिविधियों के खिलाफ ट्रफिक को लगातार मॉनीटर करने की जरूरत है।
Edited by:Hitesh