Wednesday, August 21, 2019-6:16 PM
गैजेट डेस्क : मार्क ज़ुकरबर्ग की कंपनी फेसबुक के लिब्रा क्रिप्टोक्यूरेंसी प्रोजेक्ट की फिर से जांचा की जा रही है जिससे इसके ऊपर संदेह और गहरा गया है। इस बार यूरोपियन यूनियन एंटीट्रस्ट रेग्युलेटर्स द्वारा लिब्रा प्रोजेक्ट की जांच की जा रही है ।
यूरोपीय आयोग ने कहा कि वह "वर्तमान में संभावित एंटी मार्किट कॉम्पिटिटिव बिहेवइयर की जांच कर रहा है जो लिब्रा एसोसिएशन से संबंधित है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार इस महीने भेजे गए एक प्रश्नावली में यूरोपीय संघ प्राधिकरण ने चिंता व्यक्त की कि फेसबुक के लिब्रा एसोसिएशन ने गलत तरीके से प्रतिद्वंद्वियों को मार्किट से बाहर कर दिया जिसका कारण है उनका बाज़ार विरोधी कार्य और नीतियां।
फेसबुक पर जांच शुरू लेकिन गाज गिरेगी दूर तक
यूनियन एंटीट्रस्ट रेग्युलेटर्स द्वारा की जा रही यह जाँच अभी भी अपने शुरुआती चरणों में है लिब्रा एसोसिएशन के अडमिंस्ट्रेटिव स्ट्रक्चर और मेम्बरशिप प्रोफाइल की जांच कर रही है। फेसबुक की यह उद्देश्य-निर्मित, स्वतंत्र और नॉन -प्रॉफिट संस्था कंपनी की प्रस्तावित क्रिपोटकर्रेंसी लिब्रा को नियंत्रित करने के लिए बनाई गई है। इस संस्था के संस्थापक सदस्यों में मास्टरकार्ड, पेपैल, वीज़ा, ईबे, स्पॉटिफ़, उबेर और लिफ़्ट शामिल हैं।
ब्लूमबर्ग के अनुसार, नियामकों को डर है कि जिस तरह से डेटा और इनफार्मेशन का आदान-प्रदान किया जाएगा और वह उपभोक्ता डेटा के अनैतिक उ पयोग चलते "संभव बाजार प्रतिस्पर्धा प्रतिबंध" को पैदा कर सकता है। विदित हो कि फेसबुक ने वादा किया है कि जब तक नियामक ऑनबोर्ड मंज़ूरी प्रदान नहिओ नहीं करेंगे तब तक लिब्रा क्रिप्टोकररेन्सी को मार्किट में उपलब्ध नहीं कराएगा।
Edited by:Harsh Pandey