सुरक्षित नहीं है Gmail Inbox, लीक हो रही है अापकी निजी जानकारी: Reports

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Tuesday, July 3, 2018-2:10 PM

जालंधर- दुनिया की सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली ई-मेल सर्विस जीमेल के बारे में एक नई खबर सामने अाई है। बताया जा रहा है कि थर्ड पार्टी एप्प डेवलपर्स लाखों जीमेल यूजर्स के ई-मेल को पढ़ सकते हैं। ये एप्स आपके जीमेल इनबॉक्स में सेंध मार रहे हैं और डाटा ऐक्सेस कर रहे हैं। वहीं वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसे 100 सॉफ्टवेयर डेवेलपर्स हैं जिन्होंने आपके संवेदनशील ईमेल में सेंध लगाया होगा। रिपोर्ट में जीमेल एक्सेस सेटिंग्स का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया गया है। स्क्रीनशॉट में साफ-साफ देखा जा सकता है कि डेवलपर्स यूजर्स के निजी जानकारी, जिसके पास मेल भेजा जा रहा है उसकी ई-मेल आईडी, समय और पूरा मैसेज पढ़ सकते हैं। बता दें कि पिछले साल गूगल ने कहा था कि कंपनी विज्ञापनों के लिए यूजर्स के पर्सनल ईमेल स्कैन नहीं करेगी, लेकिन इस रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी दूसरी एप्स को आपके जीमेल इनबॉक्स में तांक झांक करने का ऑप्शन देती है।
 

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इन एप्स का हुअा खुलासा

इस रिपोर्ट में दो एप्स का ज़िक्र है जिसमें से एक रिटर्न पाथ नाम का एप्प है जो यूजर के इनबॉक्स को अनालाइज करता है और मार्केटर्स के लिए यूजर डाटा कलेक्ट करता है। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इस एप्प में काम करने वाले कर्माचारी यूजर्स का पर्सनल ईमेल पढ़ते हैं। इसके पीछे का तर्क ये है कि ऐसा करके वो कंपनी के लिए सॉफ्टवेयर डेवेलप कर सकते है। वहीं दूसरे सॉफ्टवेयर का नाम एडिशन है जो लोगों को ईमेल मैनेज करने में मदद करता है। इस एप्प में काम करने वाले कर्मचारी हजारों ईमेल्स पढ़ते हैं ताकि वो स्मार्ट रिप्लाई फीचर को बेहतर तरीके से ट्रेन कर सकें।

 

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गूगल की प्रतिक्रिया

वहीं गूगल ने भी इस मामले पर द वर्ज को बताया है कि यह अधिकार केवल कुछ अनुभवी थर्ड पार्टी एप्प डेवलपर्स को दिया गया है और इसके लिए डेवलपर्स बकायदा यूजर्स से सहमति लेते हैं। गूगल ने यह भी बताया है कि कुछ डेवलपर्स ने जीमेल अकाउंट एक्सेस के लिए उसे आवेदन किए थे। गूगल ने आवेदन को खारिज कर दिया हालांकि गूगल ने यह साफ नहीं किया है कि कितनी कंपनियों और कितने डेवलपर्स ने इसके लिए आवेदन किए थे।

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अापको जानकारी के लिए बता दें कि हाल ही में कुछ ऐसा ही मामला फेसबुक के साथ हुआ जहां कैंब्रिज ऐनालिटिका डाटा स्कैंडल हुआ। यहां भी इसका जिम्मेदार एक थर्ड पार्टी एप्प ही था जिसे फेसबुक ने इजाजत दी थी। एेसे में देखना होगा कि इस खबरे के अाने के बाद गूगल को यूजर्स से कैसी प्रतिक्रिया मिलती है।  


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