उद्देश्य में विफल रहा नारी सुरक्षा के लिए बना हिम्मत एप्पः समिति

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Monday, March 12, 2018-5:21 PM

नई दिल्लीः महिलाओं की सुरक्षा के लिए राजधानी में लाया गया हिम्मत एप्प बेकार साबित हुआ है। 1.9 करोड़ लोगों की जनसंख्या में अब तक महज 30,821 लोगों ने इस एप्प में रूचि दिखाई है, जबकि इस एप्प के जरिए महज 12 महिलाओं की ही मदद की जा सकी है। आंशका कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए लाया गया हिम्मत एप्प बंद किया जा सकता है। बता दें कि हिम्मत एप्प को तीन बार नवीनीकरण के साथ लांच किया गया और करोड़ों रुपए भी खर्च किए गएष उसके बाद भई महिलाओं से संबधित अपराधों में 63 फीसदी का इजाफा हुआ है। ये दावा है संसदीय समिति का। 

 

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पि चिंदबरम की अगुवाई वाली संसद की गृह मामलों की स्थायी समिति ने कहा कि लक्षित समूह में बिना पयार्प्त प्रचार के इस एप्प की इस्तेमाल करने वाले यूजर्स की संख्या में बढ़ोतरी करना संभव नहीं होगा। अतः इसे बंद कर देना चाहिए। गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है।

 

कब-कब क्या हुआः

 

- हिम्मत एप्प पहली बार लांच हुआ 1 जनवरी 2015 में
- इससे डेढ़ साल में महज 22 हजार महिलाएं जुड़ी
- 2 केस की इसके द्वारा सुलझाए गए और आरोपियों को पकड़ा गया
- ये केवल अंग्रेजी में और स्मार्ट फोन में था
- दूसरी बार फिर 13 अप्रैल 2017 को हुआ रीलांच
- इससे महज 2 हजार महिलाएं जुड़ीं
- शिकायत करने के बाद भी रिप्लाई नहीं मिलता
- कई बार इस एप्प की स्पीड धीमी हुई
- तीसरी बार लांच हुआ तो हिम्मत एप्प प्लस का नाम दिया गया
- महज 8 हजार महिलाओं ने दिखाई उसमें रुचि

 

कुछ बड़े कारण जिनसे हो रहा फेल

- पिछले 1 माह में महज 6 लोगों ने एप्प को किया प्रयोग और 12 लोगों ने किया डाउनलोड
- हिंदी में इसे अबतक 82 लोगों ने किया डाउनलोड 
- रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया लंबी, जिसके कारण महिलाओं ने नहीं दिखाई रुचि
- रजिस्ट्रेशन कराने में लगता है काफी लंबा वक्त

 

फिलहाल नए एप्प में ये सुविधाएं

- सफर करने वाली महिला टैक्सी, ऑटो, ई-रिक्शा में लगे क्यूआर कोड को स्कैन कर जान सकती हैं कि चालक वही है या कोई और
- स्कैन में चालक रजिस्टर्ड नही पाए जाने पर महिला एप्प के माध्यम से पुलिस को दे सकती है सूचना
- सही पाए जाने पर सफर आरंभ करने के हर पांच मिनट पर महिला को मैसेज मिलेगा, जिससे ऑन वे, रिज्ड सेफरी और इन ट्रबल के ऑप्शन होंगे
- इन ट्रबल ऑप्शन चुनने पर पुलिस इस एप्प के माध्यम से ट्रैक कर संबधित उस महिला तक पहुंच सकती है।


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