Monday, August 19, 2019-11:09 PM
गैजेट डेस्क : रिलायंस जियो 5G नेटवर्क को देश भर में फैलाने के लिए पूरी तरह तैयार है। इस तैयारी के पीछे एक शर्त लगी है और वह है डिवाइसिस , इकोसिस्टम और स्पेक्ट्रम का मिश्रित फंक्शनल तंत्र। रिलायंस जियो के स्ट्रेटेजी हेड अंशुमान ठाकुर ने एक बयान में कहा कि कंपनी 5G तकनीक के लिए तैयार है और उसका नेटवर्क सिस्टम बैकहॉल के साथ तैयार है। मगर स्पेक्ट्रम और इलेक्ट्रॉनिक्स के मोर्चे पर अभी भी निवेश की गुंजाईश है।
रिलायंस जियो के रणनीति प्रमुख का बयान है अहम
अंशुमान ठाकुर के अनुसार डिवाइसिस , इकोसिस्टम और स्पेक्ट्रम का मिश्रित फंक्शनल तंत्र अभी भी रिलायंस जियो के लिए आवश्यक है।अभी स्पेक्ट्रम की अंतिम प्राइसिंग बाकी है तब तक इस इकोसिस्टम को डेवलप करना एक चुनौती रहेगी।
बता दें कि वोडाफोन आईडिया और भारती एयरटेल जैसी बड़ी निजी टेलीकॉम कंपनियों को अभी भी 5G स्पेक्ट्रम मुद्दे पर कुछ आपत्तियाँ है और इसे उन्होंने ट्राई के सामने भी उठाया है।
विदित हो कि 5G एयरवेव्स की बेस प्राइस को लेकर टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया ने एक प्रस्ताव रखा था कि इसे 492 प्रति MHz रखा जाए और कम से कम 20 MHz ब्लॉक्स की नीलामी हो।
इसके अनुसार एक टेलीकॉम कंपनी को 10,000 करोड़ 20 MHz के लिए देने होंगे। ट्राई ने इसमें तबदीली से मना कर दिया है और अब दूरसंचार विभाग द्वारा अंतिम फैसला इस मुद्दे पर लिया जायेगा।
सरकार ने इस साल के अंत में सबसे बड़ी स्पेक्ट्रम नीलामी आयोजित करने की योजना बनाई है जहां कुल 8,293.95 MHz एयरवेव्स की अनुमानित बेस प्राइस 5.86 लाख करोड़ रुपये है।
Edited by:Harsh Pandey