Friday, September 15, 2017-3:24 PM
जालंधर- अाज के समय में DSLR कैमरा लोगो की पसंद बनते जा रहे है। वहीं जब नया कैमरा खरीदने की बात आती है तो हम हर तरह की जानकारी खोजते हैं कि कौन सा कैमरा हमारे लिए अच्छा है। इसी के अंतरगर्त एक सवाल यह भी आता है कि क्या हमे फ़ुल फ्रेम कैमरा लेना चाहिए या क्रॉप फ्रेम कैमरा ? अाज हम अापको इस परेशानी से छुटकारा दिलाने के लिए यह जानकारी अापके लिए लाए है..
फुल फ्रेम
फुल फ्रेम एक तरह का इमेज सेंसर होता है जो 35mm फॉर्मेट (36×24 mm) पर काम करता है। इसमें अच्छी इमेज क्वालिटी आती है यही नहीं high ISO में ऐसी इमेज में काफी रौशनी होती है। फुल फ्रेम कैमरा ज्यादातर प्रफेशनल फोटोग्राफर इस्तेमाल करते हैं जिससे वे अच्छी पिक्चर ले सके। यही नहीं फुल फ्रेम कैमरा उन्हें वाइड एंगल पर अच्छे से काम करने में मदद करता है।
क्रॉप फ्रेम
क्रॉप फ्रेम की बात करें तो इसमें छोटा सेंसर होता है जो 35mm के अंदर आता है। क्रॉप सेंसर के साथ कैमरे भी छोटे आकार में आते हैं। इसके अलावा इसमें नेरो एंगल ऑफ़ व्यू होता है जिसे वाइड एंगल एफेक्ट को कम करके टेलीफोटो इफ़ेक्ट बढ़ाया जाता है।
बता दें कि अगर आप वाइल्डलाइफ, नेचर और स्पोर्ट्स फोटोग्राफी करना पसंद करते हैं तो क्रॉप सेंसर का इस्तेमाल करें। वहीँ अगर आपको प्राकृतिक और कम रोशनी में लैंडस्केप, और आर्किटेक्चरल फोटोग्राफी करनी है तो फुल फ्रेम का इस्तेमाल कर सकते है।