Saturday, September 16, 2017-5:47 PM
जालंधर- अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) के वैज्ञानिकों ने एक नई उपलब्धि हासिल की है। जानकारी के मुताबिक वैज्ञानिकों की ओर से बनाए गए मंगल ग्रह के गुरुत्व मानचित्र के अध्ययन से पता चला है कि लाल ग्रह की पर्पटी (क्रस्ट) उतनी घनी नहीं है, जितनी पहले सोची गई थी।
अध्ययन से यह पता चला है कि मंगल का कम से कम एक हिस्सा तुलनात्मक तौर पर छिद्रदार है। ‘नासा’ के मुताबिक, इस निष्कर्ष से मंगल ग्रह की आंतरिक संरचना और उसके विकास को समझने में मदद मिल सकती है।
इसके अलावा अमरीका के मैरीलैंड में नासा के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर से जुड़े सैंडर गूसेंस ने कहा, ‘किसी ग्रह के इतिहास में हुई हर चीज का अंतिम नतीजा पर्पटी ही है । लिहाजा, मंगल के बनने और इसके विकास में कम घनत्व की अहम भूमिका हो सकती है।’
बता दें कि वैज्ञानिकों ने कहा कि वे खनिज के अलग-अलग मिश्रण या संभवत: पतली पर्पटी की संभावना से इनकार नहीं कर सकते है।