एंटी स्पैम App को लेकर एप्पल और ट्राई के बीच छिड़ी जंग

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Tuesday, March 27, 2018-8:09 PM

जालंधर : अमरीकी टैक्नोलॉजी जाएंट एप्पल और भारत की टैलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी (TRAI) के बीच गोर्मेंट एंटी स्पैम मोबाइल एप्लीकेशन को लेकर जंग छिड़ गई है। अक्टूबर के महीने में एप्पल ने iOS में "Do Not Disturb" फीचर देने की बात कही थी। यह फीचर यूजर्स को अनचाहे कॉल व स्पर्म टैक्स्ट मैसेजिस को रिपोर्ट करने के लिए काम में लाया जाना था, लेकिन इसे iOS में शामिल नहीं किया गया।  एप्पल का कहना है कि इस फीचर से यूजर के कॉल, मैसेजिस और टैक्सट लॉग को एक्सैस किया जा सकता है जिससे उनकी प्राइवेसी पर खतरा है। 

 

गोपनीयता का उल्लंघन कर रही यह एप्प
एप्पल ने रीउटर्स को पिछले हफ्ते बताया था कि यह गवर्नमेंट एप उनकी गोपनीयता नीति का उल्लंघन करती है। वहीं TRAI का कहना है कि जनवरी में एप्पल से पूछा गया था कि iOS का नया वर्जन किस तरह के फीचर्स को ऑफर कर रहा है तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। RS शर्मा ने रिउटर्स को बताया है कि हम इस पर लीगल एक्शन लेंगे। यह अन्यायपूर्ण है और इस कम्पनी के दृष्टिकोण को यह दर्शाता है। लेकिन फिलहाल उन्होंने यह नहीं बताया है कि किस तरह का एक्शन लिया जाएगा। 

 

विवाद का मुख्य कारण बनी एप्प 
TRAI द्वारा "Do Not Disturb" एप्प के एंड्रॉयड वर्जन को पहली बार वर्ष 2016 में पेश किया गया था। यह एप्प यूजर के कॉन्टैक्ट व टैक्स्ट मैसेजिस को एक्सैस करने की परमिशन लेती है व स्पैम मैसेज को रिपोर्ट करने की अनुमति देती है। इन्हीं कारणों के चलते शायद एप्पल इस एप्प के iOS वर्जन के निर्माण में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है।

 

एप्पल ने कहा था तैयार हो रही एप्प? 
इससे पहले एप्पल ने कहा था कि वह गवर्नमेंट इंजीनियर्स के साथ मिलकर लागातर इस रास्ते को निकालने के काम में लगी हुई है कि इस एप्प को कैसे डिजाइन किया जाए जिससे यूजर्स का पर्सनल डाटा सेफ रहे। माना जा रहा है कि इस विवाद से एप्पल को भारतीय बाजार नें कम्पनी को बढ़ावा देने में परेशानी होगी। इसके अलावा आईफोन का भारत में निर्माण करने में भी कम्पनी को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।


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