इन 7 खामियों को जानने के बाद नहीं खरीदना चाहेंगे यह फोन

  • इन 7 खामियों को जानने के बाद नहीं खरीदना चाहेंगे यह फोन
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Saturday, March 19, 2016-10:03 AM

OPPO F1 REVIEW
जालंधर: चाइनीज स्मार्टफोन कम्पनी ओप्पो ने जनवरी में ओप्पो एफ1 (OPPO F1 ) स्मार्टफोन लांच किया था जो अब मार्कीट में 15,990 रुपए की कीमत पर मिल रहा है। अगर आप यह फोन खरीदने जा रहे हैं तो ठहरिए क्योंकि इस फोन में ऐसी समस्याएं हैं जिन्हें जानने के बाद आप ओप्पो एफ1 को खरीदने का मन बदल देंगे। ओप्पो एफ1 को खरीदने से पहले जानें इसमें क्या हैं खामियां - 

1.सॉफ्टवेयर में है समस्या -
फोन में स्नैपड्रैगन 615 चिप लगी है जो बेहतर परफॉर्मैंस देने के लिए जानी जाती है लेकिन सॉफ्टवेयर समस्या के कारण इसमें मैसेजिंग एप्प सही से काम नहीं करते। जी.एस.एम.एरीना की रिपोर्ट के मुताबिक Sue और Vishnu का कहना है कि यह फोन खरीदने के बाद उन्हें व्हाट्सएप्प चलाने में दिक्कत आ रही है। कई यूजर्स ने रिव्यू में व्हाट्सएप्प के अंदर कांटैक्ट सिंक नहीं होने की बात भी कही है जिस कारण वे अपने दोस्तों से चैट नहीं कर पा रहे हैं और इस समस्या के हल का सुझाव मांग रहे हैं। इसके अलावा फोन में मैसेज और नोटिफिकेशन रिसीव करने की समस्या का भी जिक्र किया गया है। 

2.धीरे चार्ज होती है बैटरी -
एन.डी.टी.वी. द्वारा दिए गए रिव्यू  के मुताबिक फोन में दी गई 2500 एम.ए.एच. की बैटरी 4जी पर एक दिन तक चल जाएगी लेकिन फोन में फास्ट चार्जिंग न होने की वजह से फोन को फुल चार्ज करने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ेगा और ट्रैवल करने वालों को तो इसके लिए एक्स्ट्रा पैसे खर्च कर पावर बैंक खरीदना पड़ेगा। एक यूजर ने बैटरी के गर्म होने की बात भी कही है। दूसरी तरफ इसी से 5 हजार रुपए सस्ते स्मार्टफोन रेडमी नोट 3 में 4000एम.ए.एच. की बैटरी लगी है जो ज्यादा देर तक साथ देगी। 

3.अधिक कीमत में फिंगर प्रिंट सैंसर भी नहीं -
कई चाइनीज कम्पनियां 7-8हजार वाले फोन्स में फिंगर प्रिंट सैंसर लगा रही हैं परन्तु 15000 खर्च कर भी यूजर्स को फिंगर प्रिंट सैंसर नहीं मिलता। रेडमी नोट 3 की बात करें तो 10 हजार वाले फोन में फिंगर प्रिंट सैंसर लगा है जो डाटा सुरक्षित रखने के मामले में ओप्पो एफ1 से कहीं बेहतर है। The Economic Times के मुताबिक 15 हजार खर्च कर इस फोन में लेटैस्ट टैक्नोलॉजी न मिलना इस फोन को मिड रेंज स्मार्ट फोन की दौड़ में काफी पीछे छोड़ सकता है। 

4.कैमरा क्वालिटी है कम -
आई.बी.एन. लाइव द्वारा किए गए इस फोन के रिव्यू में कहा गया कि ओपो द्वारा अपने फोन के 13 मैगापिक्सल कैमरे की जितनी तारीफ की जा रही है वह अपनी कसौटी पर खरा नहीं उतरता। इस फोन के 13 मैगापिक्सल कैमरे से खींची गई तस्वीरों की क्वालिटी इतनी अच्छी नहीं है जितनी होनी चाहिए। वहीं इस फोन के  कैमरा को टक्कर देता है रेडमी नोट 3 में लगा 16मैगापिक्सल, एफ 2.0 कैमरा जो ओप्पो एफ1 से बढिय़ा है और यह कम रोशनी में अच्छी फोटो खींचता है। 

5.पुराना ऑप्रेटिंग सिस्टम -
एंड्रॉयड 6.0 को लांच हुए छह महीने से ज्यादा हो चुके हैं मगर यह फोन अब भी 2014 में लांच हुए लॉलीपाप ओ.एस. पर चलता है। दूसरी तरफ इसमें एंड्रॉयड 6.0 मार्शमैलौ अपडेट की बात भी नहीं की गई है। बात करें मोटोरोला के स्मार्टफोन्स की तो इसके कई सारे फोन्स में एंड्रॉयड का नया ऑप्रेटिंग सिस्टम चल रहा है और वहीं रेडमी नोट 3 में भी मार्शमैलो अपडेट को जारी किया जाएगा। 

6.सिम स्लॉट में समस्या -
एन.डी. टी.वी. पर दिए गए इस फोन के रिव्यू में एक उपभोक्ता ने इस समस्या के बारे में बताया कि जब उसने अपने ओपो एफ1 में दूसरी सिम डालनी चाही तो सिम स्लॉट में उसे कोई भी ऐसा स्लॉट नहीं मिला। इसका कारण आपको बता दें कि इसमें ऑप्शनल सिम स्लॉट दिया गया है। या तो आप इसमें दो सिम चला सकते हैं या फिर एक सिम कार्ड और एक मैमोरी कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसी कारण जो लोग दो सिम कार्ड इस्तेमाल करते हैं, माइक्रो एस.डी. कार्ड का प्रयोग नहीं कर सकते। इस फोन के मुकाबले मार्कीट में कम कीमत पर कई ऐसे फोन मिल रहे हैं जिसमें आप दो सिम का इस्तेमाल करने के साथ मैमोरी कार्ड भी प्रयोग कर सकते हैं।

7.इंटरनल स्टोरेज है कम -
फोन में 16 जी.बी. इंटरनल स्टोरेज ही मिलती है जिसमें से आप्रेटिंग सिस्टम द्वारा इस्तेमाल किए जाने के बाद यूजर्स को सिर्फ 12 जी.बी. स्टोरेज इस्तेमाल करने के लिए मिलेगी, तो अगर आप ज्यादा गेम्स और एप्प इंस्टॉल करते है तो यह स्मार्टफोन आपके लिए नहीं है क्योंकि एक बार फोन स्टोरेज फुल होने के बाद एप्स और गेम्स इंस्टॉल करने में दिक्कत आएगी और अगर आप इस फोन की मैमोरी को बढ़ाने के लिए मैमोरी कार्ड का प्रयोग करना चाहते हैं तो जैसे कि आपने ऊपर पढ़ा कि यह एक ऑप्शनल फीचर है या तो आप दूसरी सिम चला लें या अपने फोन की मैमोरी को बढ़ा लें।


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