Friday, August 7, 2015-7:34 PM
लास वेगास (अमरीका) : स्मार्टफोन बाजार में कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच इनोवेशन भी तेजी से बढ़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि इसके साथ ही ‘कंप्यूटर हैकिंग’ करने वाले इन विकसित किए जाने वाले उपकरणों में स्थापित की जाने वाली नई सुरक्षा संबंधी साफ्टवेयर में सेंध लागाने के लिए धावे बोल रहे हैं। स्मार्टफोन साइबर अपराधियों के निशाने पर हैं क्योंकि आज लोग इनमें अपनी एेसी बहुत अधिक निजी सूचनाएं रखने लगे हैं जिनका वे बाद में कामकाज के लिए इस्तेमाल करते हैं।
तेल अवीव (इस्रायल) की साइबर सुरक्षा कंपनी चेक पॉइंट साटवेयर टैक्नोलाजीज के अवि बाशन ने यहां कम्प्यूटर सुरक्षा पर एक समेलन के दौरान कहा कि मोबाइल उपकरण आज कारोबार और हमारे जीवन में उच्चस्तर हासिल कर चुके हैं। लोगों द्वारा इसका इस्तेमाल बढ़ रहा है और साथ ही हैकरों की भी इनमें रचि बढ़ रही है। उन्होंने कहा, ‘जैसे-जैसे लोग इनका इस्तेमाल अधिक से अधिक कामों के लिए करते जा रहे हैं, वैसे ही उनको लेकर हमलावरों (कम्प्यूटर सेंधमारो) की दिलचस्पी भी बढ रही है।’
उन्होंने कहा कि चेक-प्वाइंट ने देखा है कि एप्पल के iOS और गूगल समर्थित एंड्राइड आपरेटिंग सिस्टम पर तीन साल साल में कई हमले हो चुके हैं। फर्म बैक हैट के अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि एंड्राइड हैंडसैट में पहले से फिट एक टूल का सहारा लेकर उसकी सुरक्षा भेदने का खतरा है। इस टूल को इसलिए लगाया गया है ताकि हैंडसैट को दूर बैठ कर भी संचालित किया जा सके।