Saturday, July 7, 2018-11:10 AM
जालंधर : साइबर सर्विलांस कम्पनी NSO ग्रुप के कर्मचारी ने बिना यूजर की परमिशन के iPhone पर नज़र रखने वाले सॉफ्टवेयर को पहले चुराया फिर उसे बिक्री पर लगा दिया। इस हैकिंग सॉफ्टवेयर को खास तौर पर खुफिया एजेंसियों और विदेशी सरकारों के लिए बनाया गया है, लेकिन अब एक कर्मचारी ने इस Pegasus सॉफ्टवेयर को चुरा कर उसे 50 मिलियन डॉलर में बिक्री के लिए उपलब्ध कर दिया था। यह सॉफ्टवेयर यूजर की इजाजत के बिना आईफोन के टैक्स्ट मैसेज, कांटेक्ट, इमेल्स, सोशल मीडिया मैसेजिस और GPS लोकेशन का पता लगा सकता है यानी यह गलत हाथों में आने पर किसी iPhone मलवेयर से कम नहीं हैं।
सीनियर प्रोग्रामर था यह कर्मचारी
मदरबोर्ड वैबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक NSO ग्रुप के एक कर्मचारी ने इस सॉफ्टवेयर को अनऑथोराइज़ड पार्टीस को क्रिप्टोकरेंसी जैसे कि बिटकॉइन के जरिए बेचने की कोशिश की है। कर्मचारी होने के कारण उसके नाम गुप्त रखा गया है। रिपोर्ट में लिखा था कि पिछले साल इस कर्मचारी को NSO में सीनियर प्रोग्रामर के पद पर नियुक्त किया गया था। जानकारी के मुताबिक कर्मचारी NSO के प्रोडक्ट और सोर्स कोड को एक्सैस कर सकता था।
कोड चुराने के लिए पहले क्रैक की गई सिक्योरिटी
NSO ग्रुप के कम्पयूटर्स में ऐसे सिस्टम्स लगाए गए हैं जो कर्मचारियों को इनमें एक्सटर्नल स्टोरेज डिवाइस को लगा कर इन्हें उपयोग करने से रोकते हैं। लेकिन इस कर्मचारी ने इंटरनैट से इस प्रोटैक्शन को क्रैक करने का उपाय खोजा जिसके बाद डाटा को चुराया गया। अलर्ट मिलने के बाद कि कम्पनी का सॉफ्टवेयर बिक्री के लिए उपलब्ध है, इस पूर्व कर्मचारी को पकड़ा गया।
Edited by:Hitesh