Saturday, August 6, 2016-12:45 PM
कैलिफोर्निया/जालंधर : वैज्ञानिकों ने एक ऐसी चिप विकसित की है जो इसांनी दिमाग को कम्प्यूटर से जोड़ने में मदद करेगी और इसके लिए कोई किसी भी तार की जरूरत नहीं होगी। न्यूरल डस्ट नाम की इस चिप को यूनिवर्सिटी ऑफ कैलीफोर्निया के वैज्ञानिकों द्वारा बनाया गया है और यह रेत के कण के बराबर है। इससे इंसानों में एपिलेप्सी (मिरगी) का समाधान मिल सकता है।
न्यूरल डस्ट से इंसानों के दिल पर रियल टाइम में नजर रखी जा सकेगी। हालांकि इसे विकसित करने वाले वैज्ञानिक तो यह तक मानते हैं कि यदि इसका आकार और छोता हो जाए तो यह दिमाग में फिट हो सकेगी। और उसे कंट्रोल कर उनके दिमाग या प्रोस्थेटिक आर्म को कंट्रोल किया जा सकेगा।
इस चिप का अविष्कार करने वालों में से एक प्रोफेसर मिचेल महार्बिज के अनुसार मेरा मानना है कि इस न्यूरल डस्ट के भविष्य में उपयोग केवल दिमाग या नर्व्स में नहीं बल्कि और ज्यादा चीजों में किया जा सकता है। फिलहाल न्यूरल डस्ट पर काम चल रहा है और इसे शरीर में 10 साल तक रहने के लिए बनाया जा रहा है। प्रोफेसर जोस कार्मीना के अनुसार एक बार इसे चिकित्सकीय मान्यता मिल जाए तो यह सभी तरह के वायर्स और इलेक्ट्रोड को रिप्लेस कर देगा।