Sunday, August 2, 2015-10:55 PM
ब्रिटेन : वैज्ञानिक प्राक्रीतिक जीव जन्तुओं से प्रेरणा लेकर विज्ञान के क्षेत्र में कुछ नया कर रहे हैं। इस बार एक भारतीय मूल के वैज्ञानिक ने तितली से प्रेरणा लेते हुए एक नए प्रकार से सोलर पैनल पर शोध किया है। शोध में V आकार वाले सोलर पैनल का प्रयोग करते हुए 50 प्रतिशत ज्यादा पावर उत्पादित की गई है। सौर ऊर्जा उत्पादन में वृद्धि के साथ नई तकनीक से लागत भी कम हुई है।
अध्ययन के प्रमुख लेखक Tapas Mallick जो ब्रिटेन में एक्सेटर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर है, ने कहा कि इंजीनियरिंग में बाॅयोमिमिक्री नई नहीं है। सही मायने में इन दोनों क्षेत्रों में पहले यह अनुसंधान नहीं हुआ कि कम लागत में सौर ऊर्जा विकसित की जा सकती है।
इस शोध में वैज्ञानिकों ने पाया कि तितली अपने अपने का शरीर का तापमान बढ़ाने के लिए अपने पंखों को होल्ड कर रखती है। सीधे होने पर तापनाम 7.3 डिग्री सेल्सियस था जो होल्ड करने पर 17 डिग्री तक पहुंच जाता है। उन्होंने यह भी पाया कि तितली में पाए जाने वाली सरल मोनो परत कोशिकाओं की नकल करके भविष्य में सौर कॉन्सेंट्रेटर्स को और शक्ति देने वाला और हल्का बनाया जा सकता है।