Tuesday, November 10, 2015-7:57 PM
जालंधर : यदि कोई ऐसा इंटरनैट यूजर फेसबुक पेज को ओपन करता है जिसका इस सोशल नेटवर्क पर अकाऊंट नहीं है तब भी उसके सिस्टम पर कुकी इन्स्टॉल हो जाती है जिस कारण उस यूजर के बिना जाने ही फेसबुक उसे ट्रैक करता है। इसी को लेकर बेल्जियम की एक अदालत ने फेसबुक को 48 घंटे के भीतर उन सभी लोगों की निगरानी बंद करने को कहा है जो इस सोशल नेटवर्क के सदस्य नहीं हैं।
अगर फेसबुक अदालत के इस फैसले को नहीं मानता तो उसे हर दिन 2 लाख 50 हजार यूरो (लगभग 1,77,02,815 रुपए) जुर्माना लग सकता है और जुर्माने की रकम बेल्जियन प्राइवेसी कमिशन को मिलेगी क्योंकि इस मामले में उसी ने अपील की है। इस बारे में फेसबुक का कहना है कि वह पांच सालों तक इस कुकी का इस्तेमाल करती आई है और इस फैसले के खिलाफ अपील करेगी। दूसरी तरफ बेल्जियम की अदालत के एक जज ने गोपनीयता कानून का हवाला देते हुए कहा कि फेसबुक बिना सहमति के किसी इंटरनैट यूजर के निजी डेटा का इस्तेमाल नहीं कर सकता।
इस सारे मामले पर फेसबुक का यह भी कहना है कि दुनियाभर में अपने 1.5 अरब यूजर्स की सुरक्षा के लिए इसी कुकीज का इस्तेमाल करता है।
क्या है कूकीज
ये सामान्य फ़ाइलें होती हैं जो इंटरनेट यूजर्स पर निगरानी रखती हैं कि एक यूज़र किसी वेबसाइट पर पहले गया है या नहीं और फिर उसकी सूचना उस वेबसाइट को देती हैं। ये फाइलें इस बात पर भी नज़र रखती हैं कि यूज़र ने किसी पेज पर कितना वक्त बिताया, किस पर लिंक क्लिक किया आदि।