Wednesday, August 3, 2016-11:41 AM
जालंधर: आईबीएम में वैज्ञानिकों ने एक नई ‘लैब ऑन चिप’ प्रौद्योगिकी विकसित की है जिसके जरिए पहली बार एेसा संभव होगा कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के लक्षण के जाहिर होने से पहले ही इसका पता लगाने में मदद मिल सकेगी ।
शोधार्थियों ने 20 नैनोमीटर व्यास से छोटे जेैविक पदार्थों के आकार आधारित पृथक्करण को दर्शाया है। 20 नैनोमीटर व्यास का यह स्केल डीएनए और विषाणु तथा ‘एग्जोसोम्स’ जैसे अहम सूक्ष्म पदार्थों तक पहुंच देता है। इनके अलग हो जाने पर इन पदार्थों का विश्लेषण किया जा सकता है जिससे रोगी के महसूस करने और कोई लक्षण प्रकट होने से पहले ही इस रोग के संकेत मिलने की संभावना बनती है।
एग्जोसोम्स 20 से 140 नैनोमीटर आकार के होते हैं और ये मूल कोशिका के स्वास्थ्य के बारे में सूचना प्रदान करते हैं। यह अध्ययन नेचर नैनोटेक्नोलॉजी जर्नल में प्रकाशित हुआ है।