Tuesday, March 8, 2016-12:56 PM
जालंधर: जब सरी नैनो व्यवस्था लिमटिड ने पहली बार वैंटाब्लैक को इंट्रोड्यूस किया था, तो कंपनी का कहना था कि यह कार्बन नैनो ट्यूब मैटीकियल अपने पर पड़ती 99.96 प्रतिशत रौशनी को अपने में सोख सकता है। अब वैंटाब्लैक का बिल्कुल नया वेरियंट बनाया गया है। यह इतना डार्क है, स्पेक्ट्रोमीटर तक इस में पड़ी लाईट को माप नहीं सकता।
वैंटाब्लैक कई तरीको के साथ हमारे काम आ सकता है। जैसे कि मिलिट्री और स्पेस आदि में इस का प्रयोग किया जा सकता है, उदाहरण के लिए इसे मिलिट्री वाहनों पर लगाया जा सकता है, इस के साथ इन को लड़ाई के मैदान में ढूँढना आसान नहीं होगा।