Saturday, March 30, 2019-1:28 PM
- कम समय में होगी यात्रियों की चैकिंग
गैजेट डैस्क : यात्रियों की सुविधा के लिए हैदराबाद एयरपोर्ट पर फेशियल रिकोग्निशन तकनीक की टैस्टिंग शुरू कर दी गई है। यह तकनीक हैदराबाद एयरपोर्ट पर यात्रियों के चेहरे को स्कैन कर उन्हें सफर करने की अनुमति देगी। इससे यात्रियों को एयरपोर्ट में कई जगाहों पर हो रहे आईडैंटटी चैक्स से गुजरने व बार-बार प्रूफ आदि को दिखाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
ID कार्ड दिखाने की परेशानी से मिलेगा छुटकारा
राजीव गांधी हैदराबाद इंटरनैशनल एयरपोर्ट ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर बताया है कि हैदराबाद में जल्द यात्रियों को टिकट्स और ID कार्डस को दिखाने की परेशानी से छुटकारा मिलेगा। फेशियल रिकोग्निशन तकनीक को यहां जल्द ही पूरी तरह से शुरू करने की जानकारी दी गई है, लेकिन फिलाहल इस पर टैस्टिंग की जा रही है और कर्मचारियों को इस तकनीक के उपयोग को लेकर ट्रेनिंग दी जा रही है। अथॉरिटीज़ का मानना है कि फेशियल रिकोग्निशन टैक्नोलॉजी बहुत तेजी से यात्रियों की चैकिंग करेगी और ऐसा अब तक कभी ना हुआ होगा।
ऐसे काम करेगी यह तकनीक
फेशियल रिकोग्निशन सिस्टम को एयरपोर्ट में मौजूद मल्टीपल चैक प्वाइंट्स पर इंस्टाल्ड किया जाएगा। यानी इस तकनीक से लैस सिस्टम को एंट्री गेट, सिक्योरिटी चैक और एयरक्राफ्ट बोर्डिंग प्वाइंट पर लगाया जाएगा। इसके अलावा सैल्फ-बैग ड्रॉप और चैक-इन में भी यह तकनीक काफी सुविधा प्रदान करेगी।
सुविधाजनक तरीके से होगी स्कैनिंग
सबसे पहले यात्री को रजिस्ट्रेशन के लिए kiosk के सामने आना होगा, जिसे टर्मिनल एंट्री पर लगाया गया होगा जो यात्री की फेस ID को रिजिस्टर करेगा और सरकार द्वारा इश्यू फोटो आईडेंटिफिकेशन प्रूफ की स्कैनिंग करेगा। इसके बाद यात्री को निर्धारित ई-गेट पर बोर्डिंग पास को स्कैन करना होगा जो यात्री के फेस के साथ पूरी जानकारी को मिला कर इसे वैरीफाई कर देगा। यह प्रक्रिया बहुत ही आसान होगी और इस दौरान यात्री का समय भी ज्यादा नहीं लगेगा।
अन्य शहरों में भी शुरू होगी यह तकनीक
इस तकनीक के शुरू होने के बाद हैद्राबाद भारत का पहला ऐसा शहर बन जाएगा जहां यात्रियों की सहूलियत के लिए फेशियल रिकॉग्निशन तकनीक का उपयोग होगा। इसके अलावा अन्य एयरपोर्ट्स जैसे कि बेंगलुरु, कोलकाता, पुणे, वाराणसी और विजयवाड़ा भी इस तरह की तकनीक को इस साल के आखिर तक लागू करने की कोशिश में हैं।
Edited by:Hitesh