मार्केट में बढ़ रही फेक चार्जर्स की समस्या, असली बताकर ग्राहकों को चूना लगा रहे दुकानदार

  • मार्केट में बढ़ रही फेक चार्जर्स की समस्या, असली बताकर ग्राहकों को चूना लगा रहे दुकानदार
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Tuesday, September 11, 2018-1:30 PM

गैजेट डैस्क : स्मार्टफोन चार्जर के खराब होने या गुम हो जाने पर अक्सर लोग नजदीकी दुकान से यह पूछकर चार्जर खरीद लेते हैं कि यह असली है? ऐसे में न चाहते हुए भी ग्राहक खुद को चूना लगा लेते हैं। डेक्कन क्रोनिकल की रिपोर्ट के मुताबिक सभी कम्पनियां अपने स्मार्टफोन्स के लिए ओरिजनल चार्जर्स उपलब्ध करती हैं लेकिन इनके डुप्लीकेट चार्जर को ही ऑरिजनल बता कर दुकानदार ग्राहकों को चूना लगा रहे हैं। इसीलिए आज हम आपको ऐसी जरूरी जानकारी देंगे जो चार्जर खरीदते समय उसके असली या नकली होने का पता लगाने में आपके लिए काफी मददगार साबित होगी। 

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फेक चार्जर से स्मार्टफोन की परफॉर्मैंस पर पड़ता है बुरा असर

  • सस्ते या फेक चार्जर खरीदने से स्मार्टफोन के बैटरी बैकअप पर असर पड़ता है। 
  • स्मार्टफोन की चार्जिंग स्पीड धीमी हो जाती है।
  • डिवाइस की बैटरी लाइफ पर असर पड़ता है। 
  • वहीं कई बार चार्जिंग पर लगे स्मार्टफोन में ब्लास्ट भी हो जाता है। 

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इस तरह करें चैक

अगर आपके पास गूगल, सैमसंग, एप्पल, शाओमी या वनप्लस जैसे ब्रांड्स का स्मार्टफोन है तो आप ऐसे चैक कर सकते हैं कि चार्जर ऑरिजनल है या नहीं।

Apple:

  • ऑरिजनल चार्जर पर  "Designed by Apple in California" और एप्पल लोगो गहरे रंग का होगा जबकि फेक चार्जर पर फीके रंग का होगा, वहीं इसमें अक्षर मिटे हुए भी हो सकते हैं।  

Samsung:

  • सैमसंग चार्जर्स की बाजार में काफी कॉपियां मौजूद हैं यानी इनमें ऑरिजनल या फेक का पता लगाना मुश्किल है, फिर भी आप नकली चार्जर का इस बात से पता लगा सकते हैं कि उस पर 'A+' जैसे अक्षर या 'Made in China' लिखा हुआ होगा। 

OnePlus:

  • वनप्लस के ऑरिजनल अडॉप्टर का पता लगाने के लिए इसको कनैक्ट करने पर फोन के बैटरी सिम्बल पर फ्लैश सिम्बल दिखता है, वहीं फेक चार्जर लगाने से स्टैन्डर्ड चार्जिंग आईकन दिखने लगता है। 

Xiaomi (Mi):

  • शाओमी की चार्जिंग केबल का साइज़ 120cms से भी ज्यादा होता है। इसके अलावा इसका ऑरिजनल चार्जिंग मॉड्यूल का साइज़ भी बड़ा नहीं होगा। 

Google Pixel:

  • पिक्सल चार्जर के बारे पता करना चाहते हैं तो यह इसकी चार्जिंग स्पीड से पता लगेगा। गूगल ने फास्ट चार्जिंग की सुविधा स्मार्टफोन्स में दी है और अगर चार्ज स्लो हो रहा है तो आपका चार्जर नकली यानी फेक है। 

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Edited by:Hitesh

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