Saturday, February 13, 2021-1:21 PM
ऑटो डैस्क: केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने देश के पहले CNG ट्रैक्टर को पेश कर दिया है। ये ट्रैक्टर न सिर्फ पर्यावरण को प्रदूषण से बचाएगा बल्कि किसानों का खर्च भी कम करेगा। जानकारी के अनुसार एक डीज़ल ट्रैक्टर को ही कन्वर्ट करके उसे सीएनजी संचालित बनाया गया है। सड़क परिवहन मंत्रालय ने सीएनजी ट्रैक्टर के लिए मानक तय किए हैं जिनके अनुसार ही ट्रैक्टर बाजार में उपलब्ध होंगे। इन ट्रैक्टर्स पर सीएनजी किट लगाई गई होगी जिससे ये कम खर्च में चलाए जा सकेंगे। आपको बता दें कि CNG ट्रैक्टर को स्टार्ट करने के लिए डीज़ल की ही जरूरत होगी लेकिन बाद में ये अपना फ्यूल सोर्स बदलकर सीएनजी पर शिफ्ट हो जाएगा। इससे किसान अपना खेती का खर्च कम कर पाएंगे। नितिन गडकरी ने कहा है कि सीएनजी किट को मेक इन इंडिया के तहत बनाया जाएगा।
किसान CNG ट्रैक्टर के इस्तेमाल से हर साल बचाएगा 1.5 लाख रुपये
गडकरी ने बताया है कि हर साल किसान CNG ट्रैक्टर के इस्तेमाल में तकरीबन 3.5 लाख रुपये तक की रकम खर्च कर देता है, इसमें से हर साल सिर्फ खेती के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले ट्रैक्टर पर 2.5 लाख रुपये तक का खर्च आसानी से आ जाता है। हालांकि अब सीएनजी पर शिफ्ट होने के बाद किसान ट्रैक्टर के इस्तेमाल से 1.5 लाख रुपये तक की बचत कर पाएंगे। यह एक बड़ी रकम है जिससे किसानों को काफी फायदा होगा।
कम होगा प्रदूषण
अंदाजे के मुताबिक़ एक घंटे तक ट्रैक्टर का इस्तेमाल करने में तकरीबन 4 लीटर डीज़ल खर्च होता है और अगर ये समय बढ़ाकर 3 से 4 घंटों का हो जाए तो डीज़ल का खर्च तो बढ़ता ही है साथ ही साथ प्रदूषण में भी काफी इजाफा होता है। सीएनजी चालित ट्रैक्टर से प्रदूषण के स्तर में भारी गिरावट दर्ज हो सकती है।
कम है मेंटेनेंस कॉस्ट
नितिन गडकरी द्वारा आम डीज़ल ट्रैक्टर से सीएनजी ट्रैक्टर्स की मेंटेनेंस कॉस्ट काफी कम बताई जा रही है। डीज़ल ट्रैक्टर में कार्बन डाईऑक्साइड की वजह से कई तरह की दिक्क्तें सामने आती ही रहती हैं जिन्हें ठीक करवाने के लिए किसानों को बार-बार इसकी मरम्मत में पैसे खर्च करने पड़ते हैं, लेकिन सीएनजी ट्रैक्टर काफी लो-मेंटेनेंस होगे और इनकी बार-बार मरम्मत करवाने आपको जाने की जरूरत नहीं है।
Edited by:Hitesh