लीक हुआ 5 लाख यूजर्स का डाटा, कंपनी बंद करेगी Google+

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Tuesday, October 9, 2018-10:35 PM

गैजेट डेस्क : गूगल ने 5 लाख यूजर्स के अकाउंट्स का डाटा लीक होने के बाद आने वाले समय में Google+ को बंद करने का निर्णय लिया है। कंपनी ने बताया है कि करीब पांच लाख उपभोक्ताओं की सूचनाएं बाहरी डेवलपरों के हाथ लग जाने के कारण यह फैसला लिया गया है। द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक गूगल ने सिक्युरिटी से जुड़ी इस समस्या के बारे में मार्च में ही पता लगा लिया था, लेकिन यूजर्स को यह बात बताई नहीं गई। कंपनी नहीं चाहती थी कि किसी को भी इस सुरक्षा खामी का पता चले। इस समस्या के सामने आने पर अब गूगल प्लस के कन्जयूमर वर्जन को अगस्त 2019 में बंद किए जाने की घोषणा कर दी गई है, लेकिन कंपनी के कॉरपोरेट कन्जयूमर्स के लिए बनाया गया वर्जन काम करता रहेगा। 

गूगल इंजीनियर्स ने लगाया इस सुरक्षा खामी का पता

गूगल इंजीनियर्स ने इस सुरक्षा खामी का पता लगाया, जिसके बाद उन्होंने यह मान लिया कि गूगल प्लस अब चलाने के लायक नहीं है। इसीलिए अब इसे किसी और प्रोडक्ट के साथ मर्ज भी किया जा सकता है। 

इस तरह का डाटा हुआ लीक

रिपोर्ट के मुताबिक, एप्लिकेशन प्रोग्राम इंटरफेस के जरिए बाहरी डेवलपर्स यूजर के यूजरनेम, ई-मेल ऐड्रेसे, जेंडर, एज और ऑक्युपेशन का पता लगा सकते हैं। लेकिन फोन नंबर, मैसेज और गूगल प्लस पोस्ट्स तक पहुंचना मुश्किल है। 

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कंपनी का बयान

गूगल के फेलो एवं उपाध्यक्ष (इंजीनियरिंग) बेन स्मिथ ने सोमवार को एक ब्लॉग लिखकर इसकी घोषणा की। स्मिथ ने कहा कि कंपनी यह नहीं बता सकती है कि किन उपभोक्ताओं की सूचनाएं इस सेंधमारी से प्रभावित हुई हैं। उन्होंने कहा, "हमने दो सप्ताह से अधिक के आकलन के बाद पाया कि गूगल प्लस के पांच लाख उपभोक्ताओं के खाते इस बग से प्रभावित होने की आशंका है। हमारे आकलन में पता चला है कि एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (एपीआई) का इस्तेमाल 438 ऐप्स ने किया है।" 

- इसके साथ ही उन्होंने कहा, "हमें इस बात के कोई सबूत नहीं मिले हैं कि किसी डेवलपर को इस बग की जानकारी थी या किसी डेवलपर ने इस एपीआई का दुरुपयोग किया है। हमें इस बात के भी सबूत नहीं मिले हैं कि किसी प्रोफाइल की सूचनाओं का दुरुपयोग हुआ है।" 

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2015 से मार्च 2018 के बीच हुई सेंधमारी

अमेरिकी अखबार वाल स्ट्रीट जर्नल ने इस बारे में सबसे पहले खबर दी। कहा गया कि गूगल प्लस के सॉफ्टवेयर में खामी के कारण 2015 से मार्च 2018 के बीच इस सोशल साइट के उपभोक्ताओं की सूचनाएं बाहरी डेवलपरों के हाथ लग गई हैं। कंपनी की आंतरिक जांच में मार्च 2018 में इस सेंधमारी की पहचान की गई और खामी को दूर किया गया। 

Google+ का सफर

गूगल प्लस को वर्ष 2011 में शरू किया गया था। गूगल ने इसे अपने कई प्रोडक्ट्स जैसे सर्च इंजन व यूट्यूब के साथ लिंक भी किया था। इनकी संख्या अब काफी कम रह गई थी और ज्यादातर यूजर्स तो सिर्फ इसे ओपन कर कुछ सेकंड में ही बंद कर देते थे। सुरक्षा खामी के सामने आने व यूजर्स की कमी को देखते हुए अब गूगल द्वारा आने वाले समय में Google+ को बंद कर दिया जाएगा। 

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Edited by:Jeevan

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