Monday, September 9, 2019-3:32 PM
गैजेट डेस्क : रूस में फेसबुक और गूगल का गैर-कानूनी राजनीतिक दखल सामने आया है जिससे रूस की सियासत में "टेक्नोलॉजी भूचाल" सा आ गया है। रूसी राज्य संचार प्रहरी संस्था रोसकोमनादज़ोर (Roskomnadzor) ने कहा कि टेक दिग्गज कंपनियां गूगल और फेसबुक ने रविवार के रूस के क्षेत्रीय चुनावों के दौरान राजनीतिक प्रचार की अनुमति दी थी लेकिन असल में इस तरह के प्रचार पर प्रतिबंध लगाने के लिए कहा गया था।
"इस तरह की कार्रवाइयों को रूस के संप्रभु मामलों में हस्तक्षेप के रूप में देखा जा सकता है और रूस देश में लोकतांत्रिक चुनावों के संचालन में बाधा डाल सकता है", प्रहरी संस्था ने अपनी वेबसाइट पर कहा।
रूस में रविवार को क्षेत्रीय चुनाव हो रहे हैं जिसमें मास्को में कई विपक्षी उम्मीदवारों के शामिल होने के बाद पिछले कई हफ्तों से रूसी राजधानी में वर्तमान पुतिन सरकार के खिलाफ बड़े विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।
Facebook और Google ने अमेरिकी चुनावों में दखल नहीं दिया था ?
रोसकोम्नाडज़ोर ने शुक्रवार को कहा कि उसने फेसबुक और गूगल को रविवार को हुए चुनाव के दौरान और पूर्ववर्ती दिन रूसी कानून के अनुरूप राजनीतिक विज्ञापन की ऑनलाइन पब्लिशिंग पर प्रतिबंध लगाने के लिए कहा था।
अब गूगल और फेसबुक की रूस में कथित चुनावी दखल के बाद क्यों न यह सोचा जा सके कि अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के चुनावी अभियान में भी स्वयं रूस का दखल था ? सवाल यह भी है कि गूगल और फेसबुक क्या अमेरिकी चुनावों में देखल देने में शामिल नहीं थे ? गूगल और फेसबुक पहले से यूरोपीय एंटी-ट्रस्ट बॉडी और तमाम अंतर्राष्ट्रीय जॉँच एजेंसियो के रडार पर है और इस मामले के बाद उसकी मुसीबत बढ़ना लाज़मी है।
Edited by:Harsh Pandey