फेसबुक पर बढ़ा दबाव, इन्वैस्टीगेशन के लिए तोड़नी पड़ेगी मैसेंजर की एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी

  • फेसबुक पर बढ़ा दबाव, इन्वैस्टीगेशन के लिए तोड़नी पड़ेगी मैसेंजर की एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी
You Are HereGadgets
Wednesday, August 22, 2018-10:18 AM

जालंधर : अमरीकी डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस ने रिपोर्ट करते हुए बताया है कि वह लगातार फेसबुक को अपनी मैसेंजर चैट एप की एन्ड-टू-एन्ड एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी को ब्रेक करने के लिए कह रही है। उनका कहना है कि सरकार संदिग्ध व्यक्तियों द्वारा की जा रही ऑनगोइंग वायस कनवर्सेशन का पता लगाना चाहती है व क्रिमिनल इनवैस्टिगेशन में फेसबुक मैसेजर एप का उपयोग करना चाहती है। इसी लिए फेसबुक पर इस सिक्योरिटी को ब्रेक करने का दबाब बनाया जा रहा है। 

क्या है एन्ड-टू-एन्ड एन्क्रिप्शन फीचर

फेसबुक ने अपनी मैसेंजर एप में एन्ड-टू-एन्ड एन्क्रिप्शन फीचर को शामिल किया है जिसके जरिए मैसेज भेजने वाला व प्राप्तकर्ता ही इसमें सेंड की गई फोटो वीडियो व ऑडियो को सुन सकता है। चाहते हुए भी कोई इस तक पहुंच नहीं बना सकता, लेकिन इस फीचर के कारण अमरीकी सरकार को जांच करने में काफी समस्या हो रही है।  पिछली हफ्ते की शुरूआत में अमरीकी सरकार ने कोर्ट में कहा था कि फेसबुक को अपनी डिमांड्स पर विचार करना चाहिए। 

PunjabKesari

अमरीकी सरकार हुई सख्त

द वर्ज की रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक के हालात अब यह हो गए हैं कि या तो उसे अपनी मैसेंजर एप से इनक्रिप्शन को हटाना होगा नहीं तो सरकार द्वारा मैसेंजर को ही हैक कर लिया जाएगा जिसके बाद सरकार जिन-जिन लोगों पर शक कर रही है उनको लेकर इनवैस्टिगेशन को अंजाम देगी। फिलहाल फेसबुक सरकार की बात मानने को तैयार नहीं है। 

PunjabKesari

पहले भी सामने आया था ऐसा मामला

इस तरह का मामला पहले भी एप्पल और FBI के बीच सामने आ चुका है। इसमें ऑथोरिटीज़ ने iPhone निर्माता एप्पल को ऑर्डर किया था कि वह 2015 सैन बर्नार्डिनो, कैलिफ़ोर्निया में हो रहे शूटिंग के अपराधियों से संबंधित फोन की सिक्योरिटी को ब्रेक करे। एप्पल ने संदिग्ध व्यक्ति को भी अपना यूजर कहते हुए ऐसा करने से मना कर दिया था। जिसके बाद एप्पल को आलोचना का सामना करना पड़ा था। ऐसा करने पर इस आईफोन ड्राप केस में FBI ने एक थर्ड पार्टी शख़्स से सैन बर्नार्डिनो में सिक्योरिटी को तुड़वाया था।

  • द वर्ज की रिपोर्ट के मुताबिक अमरीकी सरकार फेसबुक मेसेंजर पर MS-13 नामक गैंग द्वारा फैलाई जा रही बातचीत की जांच करना चाहती है। इसको देख यह कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में फेसबुक की मुसीबते बढ़ने वाली हैं।

Edited by:Hitesh

Latest News