Sunday, January 7, 2018-1:35 PM
जालंधर : कम्पयूटर चिप निर्माता कम्पनी इंटैल को प्रसैसर में ढूंढी गई सुरक्षा खामियों के चलते कई मुकदमों का सामना करना पड़ रहा है। गिज़मोडो की रिपोर्ट के मुताबिक इंटैल पर कैलिफोर्निया, ओरीगन और इंडियाना में तीन मुकदमे दायर किए गए हैं। इन मुकदमों में चिप में खामियों का खुलासा होने के बाद इंटैल द्वारा विलंब करने की बात कही गई है। द रजिस्टर ने एक रिपोर्ट जारी कर बताया है कि अगर इंटैल सिक्योरिटी पैच जारी भी करता है तो इससे कम्प्यूटर की प्रफोर्मेंस 5 से 30 प्रतिशत तक स्लो हो सकती है।
इंटैल ने दी प्रतिक्रिया
इंटैल ने कहा है कि 90 प्रतिशत चिप्स को सिक्योरिटी पैच के जरिए इस हफ्ते के आखिर तक सही किया जाएगा वहीं माइक्रोसॉफ्ट, गूगल व एप्पल ने भी अपने प्रोसैसर्स में खामियों को दूर करने के लिए अपडेट जारी करने की बात कही है।
क्या था पूरा मामला
गूगल प्रोजैक्ट ज़ीरो टीम के शोधकर्ताओं ने बुधवार को यह दावा किया था कि कम्पयूटर्स के जरिए यूजर्स का निजी डाटा व पासवर्डस हैक हो रहे हैं। उन्होंने कम्यूटर चिप यानी सीपीयू की कोर्स में ऐसी दो खामियों को ढूंढ निकाला था जिनके जरिए यूजर की निजी जानकारी को चोरी किया जा रहा है। इन खमियों का सबसे पहले गूगल इंजीनियर्स ने पता लगाया था लेकिन इसका प्रभाव अस्पष्ट था। जानकारी के मुताबिक इनसे Intel, AMD और ARM प्रोसैसर्स प्रभावित हैं। माना जा रहा है कि पिछले 20 वर्षों में बनाया गया हर कम्पयूटर इससे प्रभावित हो गया है।
इन बग्स के कारण चोरी हो रहा डाटा
शोधकर्ताओं ने कम्पयूटर में दो बग्स स्पैक्टर व मैल्टडाउन का पता लगाया है। इनमें से स्पैक्टर बग को आसानी से फिक्स नहीं किया जा सकता क्योंकि इसे ठीक करने के लिए चिप को रीडिजाइन करने की जरूरत है। वहीं मैल्टडाउन बग को अपडेट के जरिए ठीक किया जा सकता है लेकिन इससे कम्पयूटर स्लो हो जाएंगे।