Sunday, September 24, 2017-3:24 PM
जालंधर- नशीले पदार्थो पर रोक लगाने हेतु लिए वैज्ञानिकों ने एक नई सफलता हासिल की है। जिसमें एक बेहद तेज और उच्च संवेदनशील फिंगरप्रिंट जांच विकसित की है, जिससे कुछ ही सेंकेंड के भीतर यह पता लगाया जा सकता है कि किसी ने कोकीन का इस्तेमाल किया है या नहीं।
ब्रिटेन में यूनिवर्सिटी ऑफ सरे के कई अनुसंधानकर्ताओं ने यह तकनीक विकसित की है, जो कोकीन के नमूने ले सकती है, यहां तक कि इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति के अपने हाथ धो लेने के बाद भी यह तकनीक कोकीन की पहचान कर सकती है।
यूनिवर्सिटी ऑफ सरे की शोधार्थी केटिया कोस्टा ने कहा, 'हमारे नतीजे यह दिखाते हैं कि मरीजों में कोकीन के इस्तेमाल का पता लगाने में यह तकनीक 99 पर्सेंट प्रभावी है।' केटिया की टीम ने तकनीक के तहत फिंगरप्रिंट नमूने लेने के लिये क्रोमैटोग्रफी पेपर का इस्तेमाल किया। यह पेपर स्प्रे मास स्पेक्ट्रोमेटरी का एक हिस्सा है।
बता दें कि अनुसंधानकर्ताओं ने मादक पदार्थ पुनर्वास केंद्रों में उपचार कराने वाले मरीजों के समूह के साथ मादक पदार्थ इस्तेमाल करने वाले लोगों के एक बड़े समूह से फिंगरप्रिंट लिया था।