Monday, December 17, 2018-12:53 PM
गैजेट डेस्क- टेक्नोलॉजी दिग्गज गूगल ने कहा है कि वह विवादित फेशियल रिकॉग्निशन (चेहरा पहचानने की तकनीक) टेक्नोलॉजी पर काम नहीं करेगी। कंपनी के ग्लोबल अफेयर्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष केंट वाकर ने अपने ब्लॉग पोस्ट में इसकी जानकारी देते हुए कहा, 'कई अन्य तकनीक की कई तरह के इस्तेमाल की तरह फेशियल रिकॉग्निशन पर भी विचार करने की जरूरत है कि यह हमारे सिद्धांतों के अनुरूप हो और यह किसी भी तरह से हानिकारक ना हो।' बता दें कि इससे पहले माइक्रोसॉफ्ट ने भी दुनियाभर की सरकारों से इस तकनीक को नियंत्रित करने का सुझाव दिया था।
गूगल का बयान
इसके साथ ही केंट वाकर ने कहा कि कंपनी अन्य संस्थाओं के साथ इस तकनीक से जुड़ी चुनौतियों को पहचानने के लिए करेगी और साथ ही अन्य कंपनियों की तरह गूगल क्लाउड भी साधारण इस्तेमाल के लिए फेशियल रिकॉग्निशन का एपीआई जारी नहीं करेगा। वहीं हाल ही में गूगल ने एक पेंटेट अप्रूव कराया है जो कि फेशियल रिकॉग्निशन को लेकर है। इसकी मदद से गूगल रिवर्स इमेज सर्च के जरिए फोटो की पहचान करेगा। गूगल के इस पेटेंट को लेकर ऑनलाइन प्राइवेसी के जानकारों का कहना है कि इसके लिए गूगल लोगों के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का भी इस्तेमाल करेगा।
माइक्रोसॉफ्ट का सुझाव
बता दें कि इसी महीने की शुरुआत में माइक्रोसॉफ्ट के अध्यक्ष ब्रैड स्मिथ ने कहा कि तेजी से बढ़ती हुई इस फेशियल रिकॉग्निशन तकनीक पर दुनियाभर की सरकारों को नजर रखना चाहिए और इसकी निगरानी के लिए कानून भी बनाने की जरूरत है।
Edited by:Jeevan