3,500 रुपए में बिक रहा है आपका निजी डाटा!

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Tuesday, December 18, 2018-12:03 PM

सोशल मीडिया अकाऊंट्स, बैंकिंग डिटेल, क्रैडिट कार्ड की जानकारियां शामिल: Kaspersky Lab

गैजेट डैस्क : आज के समय में डाटा लीक को लेकर कई खबरें सामने आ रही हैं, वहीं साइबर सिक्योरिटी रिसर्च फर्म Kaspersky Lab  ने अपनी रिसर्च में दावा किया है कि डार्क वैब पर लोगों की डिजिटल लाइफ का डाटा 3,500 रुपए से भी कम में बेचा जा रहा है। वहीं बेचे जा रहे इस डाटा में लोगों के सोशल मीडिया अकाऊंट्स, बैंकिंग डिटेल्स, क्रैडिट या डैबिट कार्ड की जानकारी शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। इसके अलावा रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि डेटिंग एप्स यूजर्स द्वारा दी जा रही क्रैडिट कार्ड की जानकारियों को भी लीक किया जा रहा है। 

PunjabKesariसिक्योरिटी रिसर्चर का बयान 
Kaspersky Lab के सीनियर सिक्योरिटी रिसर्चर डेविड जैकोबी ने बताया, ‘‘डाटा हैकिंग आज हमारे लिए सबसे बड़ा खतरा है और ये न सिर्फ व्यक्तिगत स्तर बल्कि सामाजिक स्तर पर भी लागू होता है क्योंकि इससे असामाजिक तत्वों को फायदा हो रहा है।’’

हैंकिंग
हैकर्स से उन यूजर्स को सबसे ज्यादा खतरा रहता है जो अपने कई अकाऊंट्स का पासवर्ड एक ही रखते हैं। इस वजह से हैकर्स एक अकाऊंट हैक करके यूजर के कई अकाऊंट एक्सैस कर सकते हैं। रिसर्च में सामने आया है कि हैकर्स अपने ग्राहक को लाइफटाइम वॉरंटी भी देते हैं। यानी अगर कोई अकाऊंट काम करना बंद कर देता है तो उसके बदले में ग्राहक को एक नया अकाऊंट मुफ्त में हैक करके दिया जाता है। 

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डार्क वेब?
रिसर्च के मुताबिक डाटा की सबसे ज्यादा चोरी ऊबर, नैटफिल्क्स, गेमिंग वैबसाइट्स और पॉर्न वैबसाइट्स से की जाती है। डार्क वैब को डार्क नैट भी कहा जाता है। डार्क वैब इंटरनैट की दुनिया का वो हिस्सा होता है जो इंक्रिप्टेड होता है और किसी सर्च इंजन की जद से बाहर होता है। डार्क वैब का इस्तेमाल ज्यादातर आपराधिक गतिविधियों के लिए ही किया जाता है। यहां पर हैकिंग सर्विस की तरह होती है, मतलब पैसे देकर किसी की भी हैकिंग करवाई जा सकती है।


Edited by:Jeevan

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